रोशन होगा फिर से विद्यालय और पलेगा भविष्य फिर से इसकी कक्षाओं में।। रोशन होगा फिर से विद्यालय और पलेगा भविष्य फिर से इसकी कक्षाओं में।।
जिसमे हम फिर एक दूसरे के नजदीक आयेगें, एक सुबह तो जरुर होगी। जिसमे हम फिर एक दूसरे के नजदीक आयेगें, एक सुबह तो जरुर होगी।
नींद खुली तो तन्हाई थी, पास में वह तो नहीं थे, बस पड़ी थी एक रजाई। नींद खुली तो तन्हाई थी, पास में वह तो नहीं थे, बस पड़ी थी एक रजाई।
बेचारा दिल मेरा, बेचारा ही रह गया।। बेचारा दिल मेरा, बेचारा ही रह गया।।
सब ने मुझे दी बधाई उसके लिए आप सभी जनों का बहुत बहुत धन्यवाद। सब ने मुझे दी बधाई उसके लिए आप सभी जनों का बहुत बहुत धन्यवाद।
सब मिल-झुलके रहे और बोले हम जय हिंदुस्तान। सब मिल-झुलके रहे और बोले हम जय हिंदुस्तान।